हाल ही में, भारत और अमेरिका के मध्य ‘2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता’ के दौरान सामरिक सम्बंधों की मज़बूती हेतु ‘बुनियादी विनिमय और सहयोग समझौते’ (BECA) के रूप में चौथे बुनियादी समझौते पर हस्ताक्षर किये गए हैं।
इस समझौते के तहत अमेरिका, भारत के साथ भू-स्थानिक मानचित्र, सैन्य उपग्रहों द्वारा एकत्रित की गई सूचनाओं और वास्तविक समय पर आधारित तकनीकी सूचनाओं का आदान-प्रदान करेगा।
इन क्षमताओं के प्रयोग से ऑटोमेटेड हार्डवेयर सिस्टम और क्रूज़-बैलिस्टिक मिसाइलों सहित अन्य हथियारों की सटीकता में सुधार होगा। साथ ही, यह युद्ध एवं प्राकृतिक आपदाओं की वास्तविक स्थिति जानने एवं सहायता पहुँचाने में भी सहायक होगा।
यह भारत द्वारा अमेरिका से मानवरहित विमान (UAVs) की खरीद के लिये आधार प्रदान करेगा और दोनों देशों के बीच वायु सेना सहयोग के लिये भी महत्त्वपूर्ण सिद्ध होगा।
ध्यातव्य है कि बी.ई.सी.ए. से पूर्व दोनों देशों के मध्य तीन मूलभूत समझौतों- ‘जनरल सिक्यॉरिटी ऑफ मिलिट्री इन्फॉर्मेशन एग्रीमेंट’ (GSOMIA), ‘लॉजिस्टिक्स एक्सचेंज मेमोरैंडम ऑफ एग्रीमेंट’ (LEMOA) और ‘कॉम्पैटिबिलिटी एंड सिक्यॉरिटी एग्रीमेंट’ (COMCASA) पर हस्ताक्षर किये जा चुके हैं।
COMCASA वस्तुतः कम्युनिकेशन एंड इनफॉर्मेशन सिक्योरिटी मेमोरेंडम ऑफ़ एग्रीमेंट (CISMOA) का ही भारतीय संस्करण है। इसके अलावा, दिसम्बर 2019 में दोनों देशों के बीच 2+2 वार्ता के तहत वाशिंगटन में ‘इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी एनेक्स’ (ISA) नामक समझौते पर भी हस्ताक्षर हुए थे।