डायथिलीन ग्लाइकॉल (DEG) और एथिलीन ग्लाइकॉल (EG) प्रायः ग्लिसरीन में संदूषक के रूप में पाए जाते हैं, जिनका उपयोग फार्मास्युटिकल कफ सीरप के निर्माण में एक स्वीटनर के रूप में किया जाता है।
डी.ई.जी. और ई.जी. दोनों के भौतिक गुण समान (रंगहीन, गंधहीन और चिपचिपा) होते हैं। ये पेंट, स्टेशनरी स्याही, वाहनों के ब्रेक और क्लच में प्रयुक्त तरल पदार्थ और एंटीफ्रीज़ जैसे औद्योगिक उत्पादों में भी उपयोग किये जाते हैं।
ये मनुष्यों के लिये विषाक्त प्रभाव उत्पन्न करते हैं। इससे सिरदर्द, पेट दर्द, उल्टी, दस्त, पेशाब करने में समस्या, मानसिक स्थिति में बदलाव और किडनी में गंभीर समस्या हो सकती हैं।
डी.ई.जी. एवं ई.जी. से युक्त कफ सीरप पीने से गाम्बिया में कई बच्चों की मृत्यु हो गई है।