जलीय उत्पादों की खरीद-बिक्री हेतु एक्वाकल्चर वाले किसानों तथा क्रेताओं को एक साझा मंच उपलब्ध कराने के उद्देश्य से वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने वर्चुअल ई-मार्केटप्लेस 'ई-सांता' पोर्टल लॉन्च किया है।
इसके माध्यम से किसानों को उनकी उपज का बेहतर मूल्य मिल सकेगा और निर्यातक सीधे उनसे गुणवत्तायुक्त उत्पाद खरीद सकेंगे। यह जोखिमों को कम करने, उत्पादों एवं बाज़ार संबंधी जागरूकता का प्रसार करने तथा विक्रय प्रक्रियाओं को आसान बनाने में सहायक होगा।
यह एक्वाकल्चर से जुड़े किसानों एवं निर्यातकों के मध्य नकदी-रहित, कागज-रहित तथा संपर्क रहित व्यापार को बढ़ावा देगा। साथ ही, यह पोर्टल देश-विदेश में मछुआरों एवं क्रेताओं के मध्य एक सेतु के रूप में कार्य करेगा, जिससे वैश्विक व्यापार में भी वृद्धि होगी।
इस पोर्टल पर किसान अपने उत्पादों को सूचीबद्ध करने तथा उनका मूल्य तय करने के लिये स्वतंत्रत होंगे। उत्पादों के सूचीकरण और ऑनलाइन बातचीत के आधार पर सौदा तय होने पर क्रेता द्वारा अग्रिम भुगतान किया जाएगा। भुगतान एन.ए.सी.एस.ए. द्वारा सत्यापित होने के बाद किसान को जारी किया जाएगा।
विदित है कि नेशनल सेंटर फॉर सस्टेनेबल एक्वाकल्चर (NACSA) समुद्री उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (MPEDA) की विस्तारित इकाई है, जो वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अंतर्गत आती है।