पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) ने ‘प्रभावी प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन पर जागरूकता’ के लिये शुभंकर 'प्रकृति' (Prakriti) और हरित पहलों (Green Initiatives) की शुरुआत की है।
इनमें निम्नलिखित हरित पहलें शामिल हैं-
एकल उपयोग प्लास्टिक और प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन के उन्मूलन पर राष्ट्रीय डैशबोर्ड
प्लास्टिक पैकेजिंग के लिये विस्तारित निर्माता उत्तरदायित्व (EPR) पोर्टल
एकल उपयोग प्लास्टिक शिकायत निवारण के लिये मोबाइल ऐप
एस.यू.पी. (SUP) के लिये निगरानी मॉड्यूल
अपशिष्ट प्लास्टिक से ग्राफीन (Graphene) का औद्योगिक उत्पादन
इससे लोगों में प्रकृति संबंधी छोटे-छोटे बदलावों के प्रति जागरूकता बढ़ेगी जिन्हें पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिये जीवनशैली में स्थायी रूप से अपनाया जा सकता है।
उल्लेखनीय है कि फरवरी 2022 में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन (संशोधन) नियम, 2022 की भी घोषणा की थी।