मणिपुर के 2 कृषि उत्पादों ‘हथेई मिर्च’ व ‘तामेंगलॉन्ग संतरा’ को जी.आई. टैग प्रदान किया गया है। इन उत्पादों को बढ़ावा देने के लिये मणिपुर प्रतिवर्ष अगस्त व दिसंबर माह में क्रमशः ‘सिराराखोंग हथेई उत्सव’ तथा ‘ऑरेंज फेस्टिवल’ का आयोजन करता है।
हथेई मिर्च का प्रचलित नाम सिराराखोंग मिर्च है। इसका उत्पादन उखरुल ज़िले के सिराराखोंग गाँव की विशिष्ट जलवायवीय परिस्थितियों में होता है। इस गाँव में इस मिर्च को समर्पित एक लोकगीत भी गाया जाता है। इस गीत में मिर्च के महत्त्व की तुलना तंगखुल नागा जनजाति के एक बेशकीमती शॉल से की जाती है। यह शॉल ‘खुइलंग’ नाम से प्रसिद्ध है।
‘तामेंगलॉन्ग संतरा’ मैंडरिन (Mandarin) समूह तथा रुटासी परिवार से संबंधित है। इसका उत्पादन केवल तामेंगलॉन्ग ज़िले में ही किया जाता है, इसलिये मणिपुर का यह ज़िला ‘नारंगी का कटोरा’ कहलाता है। इस संतरे का रंग चमकीला नारंगी होता है।
इसमें फाइटोकेमिकल्स तथा पोटेशियम जैसे तत्त्व पाए जाते हैं, जो क्रमशः कैंसर व हृदय रोगों से बचाव में सहायक होते हैं। यह एक बारहमासी सदाबहार पादप है, जो उपोष्णकटिबंधीय जलवायु में ही उगता है।
वर्ष 2020 में मणिपुर के ‘काला चावल’ को जी.आई. टैग दिया गया था। इसे स्थानीय भाषा में ‘चक-हाओ’ कहा जाता है।