कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने बागवानी के समग्र विकास को सुनिश्चित करने के लिये ‘बागवानी क्लस्टर विकास कार्यक्रम’ की शुरूआत की है। यह एक केंद्रीय क्षेत्रक कार्यक्रम है।
इसे प्रायोगिक चरण में 11 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के चुने गए कुल 53 बागवानी क्लस्टरों में से 12 में लागू किया जाएगा। इसे कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के ‘राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड’ के द्वारा कार्यान्वित किया जाएगा। इसका उद्देश्य वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने के लिये पहचान किये गए बागवानी समूहों को विकसित करना है।
यह कार्यक्रम भारतीय बागवानी क्षेत्र से संबंधित सभी प्रमुख मुद्दों पर ध्यान देगा, जिसमें पूर्व-उत्पादन, उत्पादन, कटाई पश्चात् प्रबंधन, रसद, विपणन तथा ब्रांडिंग शामिल हैं। इसे भौगोलिक विशेषज्ञता का लाभ उठाने के साथ-साथ एकीकृत बागवानी समूहों एवं बाजार आधारित विकास को बढ़ावा देने के लिये डिज़ाइन किया गया है।
इस कार्यक्रम से लगभग 10 लाख किसानों तथा मूल्य श्रृंखला के जुड़े हुए हितधारकों को लाभ होगा। सभी 53 क्लस्टरों में इसके लागू होने पर इसमें 10,000 करोड़ रुपये के निवेश को आकर्षित करने की उम्मीद है।