समुद्री फेरोमैंगनीज़ ऑक्साइड क्रस्ट (Fe-Mn crusts) महत्त्वपूर्ण संभावित धातु संसाधन हैं, जो सागरीय चट्टानी सतहों पर परिवेशीय समुद्री जल घटकों के विघटन तथा कोलाइडल विलयनों द्वारा विकसित होते हैं।
भू-पर्पटी (Crust) के अद्वितीय गुण तथा धीमी विकास दर के कारण यह समुद्री जल से कई महत्त्वपूर्ण तत्त्वों को अवशोषित कर लेते हैं, जिसके कारण प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले टेल्यूरियम (Te) व कोबाल्ट(Co) जैसे तत्त्व पूर्ण सांद्रता की स्थिति को प्राप्त नहीं कर पाते हैं।
‘फेरोमैंगनीज़ क्रस्ट’ में कोबाल्ट, मैंगनीज़, प्लैटिनम जैसी उच्च मूल्य वाली धातुएँ पाई जाती हैं, जो उन आवश्यक प्रौद्योगिकियों के लिये संभावित स्रोत हैं, जिनका निम्न-कार्बन अर्थव्यवस्था में परिवर्तन के लिये उपयोग किया जा सकता है।
यद्यपि भूगर्भीय अवस्थिति, समुद्र की उपस्थिति एवं रासायनिक प्रक्रियाओं की विविधता के कारण क्षेत्रीय और स्थानीय स्तर पर इसके वितरण व सांद्रता में समानता नहीं पाई जाती है।
आर्थिक सलाहकार परिषद् ने ब्लू-इकॉनमी को प्रोत्साहित करने के लिये जारी प्रारूप पत्र में हिंद महासागर में ‘कोबाल्ट समृद्ध फेरोमैंगनीज़ क्रस्ट’ के अन्वेषण का सुझाव दिया है।