‘राष्ट्रीय स्वचालित फिंगरप्रिंट पहचान प्रणाली’ (NAFIS) अपराधियों के फिंगरप्रिंटिंग की खोज का एक देशव्यापी डाटाबेस है। इसे राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो द्वारा परिकल्पित और प्रबंधित किया जाता है।
यह वेब आधारित एप्लिकेशन सभी राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेशों के फिंगरप्रिंट डाटा को समेकित करके केंद्रीय सूचना भंडार के रूप में कार्य करता है। यह कानून प्रवर्तन एजेंसियों को वास्तविक समय में डाटा अपलोड, ट्रेस और पुनर्प्राप्त करने में सक्षम बनाता है।
इसके तहत अपराध के लिये गिरफ्तार प्रत्येक व्यक्ति को एक 10-अंकीय विशिष्ट राष्ट्रीय फ़िंगरप्रिंट नंबर (NFN) प्रदान किया जाता है। आई.डी. के पहले दो अंक राज्य कोड से संबंधित होंगे जिसमें अपराधी पंजीकृत है, उसके बाद एक क्रम संख्या होगी।
मध्य प्रदेश अप्रैल 2022 में इस माध्यम से एक मृत व्यक्ति की पहचान करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है।