वर्ष 2017 में ‘संस्कृति मंत्रालय’ ने भारत की समृद्ध कला और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने के लिये ‘सांस्कृतिक मानचित्रण पर राष्ट्रीय मिशन’ की शुरुआत की थी। अब इसका संचालन ‘इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर फॉर द आर्ट्स’ (IGNCA) कर रहा है।
सांस्कृतिक मानचित्रण के माध्यम से ‘एन.एम.सी.एम.’ सांस्कृतिक संपत्तियों और संसाधनों की एक सूची का समेकित डेटाबेस बनाने में सहायता प्रदान करता है। इसके माध्यम से सतत् आर्थिक विकास तथा बिखरे हुए व विलुप्त कला रूपों का संरक्षण सुनिश्चित किया जा सकता है।
सांस्कृतिक संपत्ति और संसाधनों में विभिन्न प्रकार के कला रूप, व्यक्तिगत कलाकार, कलाकार समुदाय, सांस्कृतिक संगठन, स्थल और सुविधाएँ, रचनात्मक सांस्कृतिक उद्योग, त्योहार और कार्यक्रम, विरासत संपत्तियाँ तथा लैंडमार्क्स शामिल हैं।
लोककलाओं के लिये डेटाबेस तैयार करने और गाँवों की विरासत के मानचित्रण का कार्य 5 वर्षों में पूरा किया जाएगा। साथ ही, इस मिशन में उन गाँवों का भी चयन किया जाएगा, जो स्वतंत्रता आंदोलन का हिस्सा रहे थे। इस मिशन के माध्यम से पंजीकृत कलाकारों/संस्थाओं को कोई प्रत्यक्ष लाभ या सहायता नहीं दी गई है।