भारी उद्योग मंत्रालय ने ‘राष्ट्रीय उन्नत रसायन बैटरी भंडारण कार्यक्रम’ की शुरुआत की है। इसका उद्देश्य 50 गीगावाट घंटे की क्षमता निर्माण हेतु उन्नत रसायन बैटरियों का निर्माण करना है।
राष्ट्रीय उन्नत रसायन बैटरी उन्नत भंडारण प्रौद्योगिकी की नई पीढ़ी है। यह विद्युत ऊर्जा को विद्युत रासायनिक ऊर्जा में संगृहीत करती है और आवश्यकता पड़ने पर इसे पुन: विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित कर सकती है।
यह प्रौद्योगिकी इलेक्ट्रिक वाहनों व उपकरणों के साथ-साथ विद्युत ग्रिड की आवश्यकताओं के लिये भी लाभकारी सिद्ध होगी।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इस कार्यक्रम के लिये उत्पादन संबद्ध योजना की शुरुआत की है। इसके तहत चयनित लाभार्थी फर्मों को सरकार द्वारा प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी। लाभार्थी फर्मों को प्रोत्साहन राशि का भुगतान 5 वर्ष की अवधि में बिक्री, ऊर्जा दक्षता, बैटरी जीवन-चक्र तथा स्थानीयकरण के आधार पर किया जाएगा।