कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय ने 15 जनवरी, 2021 को प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तीसरे चरण (PMKVY 3.0) का शुभारंभ किया है। विदित है कि कौशल विकास योजना की शुरुआत वर्ष 2015 में कौशल विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई थी, जिसके तहत विभिन्न पाठ्यक्रमों में निशुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।
योजना के तीसरे चरण को वैश्विक एवं स्थानीय स्तर पर बदलती कौशल माँगों को ध्यान में रखते हुए शुरू किया गया है, जो ‘वोकल फॉर लोकल’ दृष्ष्टिकोण पर आधारित है। इसके अंतर्गत, लगभग 600 केंद्रों में 300 से अधिक पाठ्यक्रमों को शामिल किया गया है, इसका उद्देश्य कौशल विकास को अधिक माँग-संचालित बनाना और अधिक विकेंद्रीकृत करना है।
यह योजना दो चरणों में लागू की जाएगी। पहला चरण वर्ष 2020-21 में पायलट आधार पर चलाया जाएगा। इसके तहत 8 लाख उम्मीदवारों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिये लगभग 200 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को शामिल किया गया है। दूसरे चरण (2021-2026) के लिये कार्यान्वयन ढाँचे के निर्माण की शुरुआत कर दी गई है।
राज्य कौशल विकास मिशन के मार्गदर्शन में ज़िला कौशल समितियाँ (DSCs) ज़िला स्तर पर कौशल अंतराल को कम करने तथा आवश्यकताओं का आकलन करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। तीसरा चरण राज्य, ज़िला और प्रखंड स्तर पर संपर्क को और मज़बूत करके परिणाम प्राप्त करने की दिशा में एक प्रगतिशील कदम है।