यह एक अर्ध-जलीय कछुआ है जो दक्षिण-पूर्वी संयुक्त राज्य अमेरिका और मैक्सिको की मूल प्रजाति है। इसका वैज्ञानिक नाम ट्रेकेमिस स्क्रिप्टा एलिगेंस (Trachemys scripta elegans) है। यह एमीडिडे (Emydidae) कुल से संबंधित ‘पौंड स्लाइडर’ की एक उप-प्रजाति है।
यह कछुआ साल्मोनेला जीवाणु का संचरण करता है जो मनुष्यों में साल्मोनेलोसिस रोग का कारण बन सकता है। यह विश्व की 100 सबसे आक्रामक विदेशी प्रजातियों में से एक है जो भारतीय जैव विविधता के लिये खतरा बन गया है।
वर्तमान में विदेशी जानवरों के व्यापार के माध्यम से यह भारत सहित विश्व भर में पाया जाता है। ध्यातव्य है कि भारत में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत स्वदेशी कछुओं को पालतू रूप में रखना प्रतिबंधित है जबकि विदेशी नस्लें प्रतिबंधित नहीं हैं।