चीन ने अपना अंतरिक्ष स्टेशन बनाने के लिये 22 मीट्रिक टन वाला 'तियानहे अंतरिक्ष स्टेशन कोर मॉड्यूल' लॉन्च किया है। इस मॉड्यूल को वेनचांग अंतरिक्ष प्रमोचन केंद्र से लॉन्ग मार्च-5बी राकेट के ज़रिये लॉन्च किया गया है।
तियानहे अथवा 'स्वर्ग का सद्भाव' (Harmony of the heavens) अब पृथ्वी से लगभग 370 किमी. की ऊँचाई पर स्थिति कक्षा में स्थापित होगा। इस मॉड्यूल में अंतरिक्ष स्टेशन पर काम करने वाले अंतरिक्ष यात्रियों के लिये क्वार्टर भी बने हैं। यह कम-से-कम 10 वर्षों तक कक्षा में काम करेगा।
चीन का अंतरिक्ष स्टेशन वर्ष 2022 तक बन जाने की संभावना है। वर्ष 2022 तक चीन यहाँ तियानहे जैसे 10 और मॉड्यूल लॉन्च करेगा, जो 340 से 450 किमी. की ऊँचाई पर कक्षा में स्थापित होंगे।
उल्लेखनीय है कि चीन ने वर्ष 2003 में अपने अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी की कक्षा में भेजा था। सोवियत संघ और अमेरिका के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाला वह विश्व का तीसरा देश है। चीन अब तक अपने दो स्पेस सेंटर टीयागॉन्ग-1 और टीयागॉन्ग-2 पृथ्वी की कक्षा में भेज चुका है।
इस समय अंतरिक्ष में पृथ्वी की कक्षा में 'अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन' कार्य कर रहा है। अमेरिका, रूस, कनाडा, यूरोप तथा जापान इसका हिस्सा हैं, जबकि चीन के इसमें शामिल होने पर रोक है। यह स्टेशन वर्ष 2024 में कार्य करना बंद कर देगा।