हाल ही में, केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने स्वायत्त नौवहन के क्षेत्र में परीक्षण के लिये भारत की पहली प्रणाली (स्थलीय और हवाई) ‘तिहान-आई.आई.टी. हैदराबाद’ की आधारशिला रखी।
गौरतलब है कि मानवरहित तथा सुदूर नियंत्रित वायुयानों के लिये स्वायत्त नौवहन प्रणाली पर आधारित प्रौद्योगिकी नवाचार केंद्र को आई.आई.टी. हैदराबाद में 'तिहान फाउंडेशन' के नाम से जाना जाता है। जून 2020 में इसे सेक्शन-8 कंपनी के रूप में मान्यता दी गई है।
भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के अंतर्गत इंटरडिसिप्लिनरी साइबर-फिज़िकल सिस्टम राष्ट्रीय मिशन (NM-ICPS) के तहत स्वायत्त नेविगेशन और डाटा अधिग्रहण प्रणाली (UAV, RoVs आदि) पर प्रौद्योगिकी नवाचार हब स्थापित करने के लिये आई.आई.टी. हैदराबाद को 135 करोड़ रुपए का अनुदान दिया गया है।
तिहान फाउंडेशन एक बहु-विभागीय पहल है, जिसमें प्रतिष्ठित संस्थानों और उद्योग के सहयोगकर्ताओं के साथ-साथ आई.आई.टी. हैदराबाद के कई विभागों के शोधकर्ता शामिल हैं। यह ‘आत्मानिर्भर भारत, ’स्किल इंडिया’ तथा ‘डिजिटल इंडिया’ की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है।
इस प्रणाली की प्रमुख विशेषताओं में टेस्ट ट्रैक, वास्तविक-विश्व परिदृश्यों का अनुकरण, स्टेट ऑफ़ द आर्ट सिमुलेशन टेक्नोलॉजी, रोड इन्फ्रास्ट्रक्चर, V2X कम्युनिकेशन, ड्रोन रनवे और लैंडिंग एरिया, मैकेनिकल इंटीग्रेशन फैसिलिटी, सेंट्रलाइज्ड कंट्रोल रूम/ग्राउंड कंट्रोल स्टेशन तथा हैंगर जैसी सुविधाएँ शामिल हैं।