‘संयुक्त राष्ट्र प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान’ प्रशिक्षण के लिये समर्पित संयुक्त राष्ट्र प्रणाली की एक शाखा है। यह संस्थान मुख्य रूप से विकासशील देशों, अल्प विकसित देशों (LDCs), छोटे द्वीपीय विकासशील देशों तथा अन्य सर्वाधिक सुभेद्य समूहों व समुदायों की सहायता हेतु प्रशिक्षण एवं क्षमता विकास गतिविधियाँ आयोजित करता है।
इसकी स्थापना संयुक्त राष्ट्र महासभा की आर्थिक एवं सामाजिक परिषद् की सिफारिश पर वर्ष 1963 में की गई थी। संयुक्त राष्ट्र प्रणाली के अंतर्गत एक स्वायत्त निकाय के रूप में संचालित इस संस्थान का नेतृत्व एक कार्यकारी निदेशक द्वारा किया जाता है। वर्तमान में भारत के निखिल सेठ इसके कार्यकारी निदेशक हैं, जिन्हें वर्ष 2015 में नियुक्त किया गया था।
यह एक परियोजना-आधारित संगठन है, जो पूर्णतः स्वैच्छिक योगदान से वित्तपोषित है। विदित है कि संयुक्त राष्ट्र के नियमित बजट से इसे कोई धनराशि प्रदान नहीं की जाती है। इसका मुख्यालय जिनेवा (स्विट्ज़रलैंड) में अवस्थित है। इस संस्थान ने गैर-संचारी रोगों से होने वाली समयपूर्व मृत्यु दर को कम करने में भारत की उल्लेखनीय प्रगति की सराहना की।