शिक्षा मंत्रालय ने युवा एवं नवोदित लेखकों (30 वर्ष से कम आयु) को प्रशिक्षित करने के लिये ‘युवा’ लेखक परामर्श कार्यक्रम की शुरुआत की है। यह भारत के स्वतंत्रता संग्राम के संबंध में लेखन हेतु युवा लेखकों को प्रोत्साहित करने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप है।
इस योजना को ‘भारत@75 परियोजना’ (आज़ादी का अमृत महोत्सव) के एक भाग के रूप में प्रारंभ किया गया है। इसका उद्देश्य गुमनाम नायकों, स्वतंत्रता सेनानियों, अज्ञात एवं भूले हुए स्थानों, राष्ट्रीय आंदोलन में उनकी भूमिका तथा अन्य संबंधित विषयों पर लेखकों की युवा पीढ़ी के दृष्टिकोण को अभिनव एवं रचनात्मक तरीके से सामने लाना है।
शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत ‘राष्ट्रीय पुस्तक न्यास’ (NBT) कार्यान्वयन एजेंसी के रूप में इस योजना के चरणवार निष्पादन को सुनिश्चित करेगा तथा पुस्तकों का प्रकाशन करेगा। भारतीय संस्कृति व साहित्य के आदान-प्रदान को सुनिश्चित करने के लिये इन पुस्तकों का अन्य भाषाओं में अनुवाद भी किया जाएगा, जिससे 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' को बढ़ावा मिलेगा।
इस योजना के तहत एक अखिल भारतीय प्रतियोगिता के माध्यम से कुल 75 लेखकों का चयन किया जाएगा, जिन्हें प्रख्यात लेखकों/संरक्षकों द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा। चयनित लेखकों को छह महीने की अवधि के लिये प्रति माह 50,000 रुपए की समेकित छात्रवृत्ति का भुगतान किया जाएगा।