प्राचीनकालीन भारतीय संस्कृति के विदेशों में प्रचार-प्रसार के लिये कौन से कारक उत्तरदायी थे? सोदाहरण स्पष्ट कीजिये।
10-Dec-2020 | GS Paper - 1
प्राचीनकालीन भारतीय संस्कृति के विदेशों में प्रचार-प्रसार के लिये कौन से कारक उत्तरदायी थे? सोदाहरण स्पष्ट कीजिये।
10-Dec-2020 | GS Paper - 1
उत्तर-प्रारूप
भूमिका (50 शब्द)
प्राचीनकालीन भारतीय संस्कृति के विदेशों में प्रसार के संदर्भ में संक्षिप्त भूमिका लिखें।
मुख्य भाग (140-150 शब्द)
भारत की विशेष भौगोलिक अवस्थिति, भारतीय व्यापारियों द्वारा सांस्कृतिक दूत की भूमिका, भारतीय शासकों जैसे राजराज चोल और राजेंद्र चोल द्वारा दक्षिण-पूर्व एशिया में अपने उपनिवेशों की स्थापना, अशोक के काल में बौद्ध धर्म का विदेशों में प्रसार, विभिन्न विदेशी यात्रियों का भारत आगमन आदि कारकों का उल्लेख करें।
निष्कर्ष (50 शब्द)
विभिन्न देशों के साथ भारत के सांस्कृतिक सम्बंधों की प्रगाढ़ता को बताते हुए निष्कर्ष लिखें।
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