केरल में ग्रेफीन के अनुसंधान एवं विकास के लिये देश का पहला ‘ग्रेफीन नवाचार केंद्र’ स्थापित किया जा रहा है। यह छात्रों, शोधकर्ताओं, उद्यमों और स्टार्टअप्स को परीक्षण व अन्वेषण करने एवं ग्रेफीन आधारित उत्पादों के नवाचार के लिये एक मंच प्रदान करेगा।
ग्रेफीन विश्व के सबसे मज़बूत पदार्थों में से एक होने के साथ साथ पारदर्शी और बहुत हल्का होता है। यह कार्बन का एक समस्थानिक (Isotope) है। इसमें विद्युत चालकता एवं रासायनिक स्थिरता पाई जाती है। इस गुण के कारण इसे ‘आश्चर्य सामग्री’ (Wonder Material) भी कहा जाता है।
नवीनतम शोध के अनुसार, ग्रेफीन में इंडियम (In)को प्रतिस्थापित करने की क्षमता होती है। अतः यह स्मार्टफ़ोन आदि की स्क्रीन में उपयोग किये जाने वाले कार्बनिक प्रकाश उत्सर्जक डायोड की लागत को कम कर सकता है।
इसका उपयोग जैविक इंजीनियरिंग, ऊर्जा भंडारण और निस्पंदन (filtration) पेंट, सौर पैनलों आदि में किया जाता है।